India News : महाकुंभ मेले के दौरान संगम तट पर मंगलवार रात को हुई भगदड़ के कारण कई श्रद्धालुओं की जान चली गई और कई अन्य घायल हो गए। इस भयावह हादसे के बाद अखाड़ों ने अमृत स्नान (शाही स्नान) को रद्द कर दिया। संत समाज ने इस दुखद घटना पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की और इसके बाद तीन संन्यासी अखाड़ों ने स्नान से दूरी बनाने का निर्णय लिया। अब, अखाड़ों ने मौनी अमावस्या पर साधारण स्नान करने का ऐलान किया है।
मौनी अमावस्या के दिन भगदड़ और हादसा
मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर प्रयागराज में स्नान के लिए लाखों श्रद्धालु संगम तट पर पहुंच रहे थे। मंगलवार की रात करीब 1.30 से 2.00 बजे के बीच, अचानक भीड़ बेकाबू हो गई और भगदड़ मचने से कई श्रद्धालु गिर पड़े। बहुत से श्रद्धालु जमीन पर गिरकर भीड़ के नीचे दब गए, जिनमें से कई की मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि इस भगदड़ में दम घुटने से कई श्रद्धालुओं की जान चली गई। भीड़ का दबाव इतना अधिक था कि नीचे गिरे लोग उठ नहीं पाए और उन्हें रौंदते हुए भीड़ आगे बढ़ गई।
अखाड़ा परिषद ने अमृत स्नान रद्द किया
घटना के बाद अखिल भारतीय अखड़ा परिषद ने आपातकालीन बैठक बुलाकर अमृत स्नान (शाही स्नान) को रद्द करने का फैसला किया। संत समाज ने मेला प्रबंधन को इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया और मृतकों के परिवारों के प्रति शोक व्यक्त किया। संत समाज ने श्रद्धालुओं से संयम बनाए रखने की अपील की और उन्हें सलाह दी कि वे मौनी अमावस्या का स्नान अपने निकटवर्ती जलाशयों में करें, ताकि इस प्रकार की अप्रिय घटनाओं से बचा जा सके।
साधारण स्नान की घोषणा
घटना के बाद अखाड़ों ने एकजुट होकर साधारण स्नान करने का फैसला लिया। अखिल भारतीय श्रीपंच निर्मोही अनी अखाड़े के श्रीमहंत राजेन्द्र दास ने कहा कि इस साल वे और अन्य वैष्णव अखाड़े केवल साधारण स्नान करेंगे, ना कि अमृत स्नान। यह स्नान प्रातः 5 बजे से शुरू होने वाला था, लेकिन इस हादसे के बाद संत समाज ने इसे रद्द कर दिया और साधारण स्नान की घोषणा की।
तीन संन्यासी अखाड़ों ने बनाई दूरी
तीन प्रमुख संन्यासी अखाड़ों, श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा, श्रीपंच दशनाम आवाहन अखाड़ा, और श्रीपंचाग्नि अखाड़ा ने इस वर्ष के महाकुंभ में स्नान से दूरी बनाने का निर्णय लिया है। इन अखाड़ों के साधु-संत इस वर्ष किसी प्रकार का स्नान नहीं करेंगे, क्योंकि वे इस दुखद घटना के बाद सुरक्षा की स्थिति को लेकर चिंतित हैं।
साधारण स्नान करने वाले अखाड़े
इस वर्ष के महाकुंभ में कई प्रमुख अखाड़ों ने साधारण स्नान करने का निर्णय लिया है। इनमें शामिल हैं:
- श्रीपंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी
- श्रीशंभू पंचायती अटल अखाड़ा
- श्रीतपोनिधि पंचायती श्रीनिरंजनी अखाड़ा
- श्रीपंचायती अखाड़ा आनंद
- अखिल भारतीय श्रीपंच निर्वाणी अनी अखाड़ा
- अखिल भारतीय श्रीपंच दिगंबर अनी अखाड़ा
- अखिल भारतीय श्रीपंच निर्मोही अनी
- श्रीपंचायती नया उदासीन अखाड़ा
- श्रीपंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन निर्वाण
- श्रीपंचायती निर्मल अखाड़ा
मेला प्रशासन ने इन अखाड़ों के साधारण स्नान के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं, ताकि श्रद्धालुओं को कोई कठिनाई न हो। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे मेला क्षेत्र में शांति बनाए रखें और किसी भी प्रकार की अफवाहों से बचें।
संन्यासी अखाड़ों ने क्या कहा?
प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान घटित यह हादसा संत समाज और प्रशासन के लिए एक गहरी चिंता का विषय बन गया है। प्रशासन ने सुरक्षा को लेकर कड़े इंतजाम किए हैं और यह सुनिश्चित किया है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे। श्रद्धालुओं को संयम रखने और सुरक्षा निर्देशों का पालन करने की अपील की जा रही है।
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