रांची। अंजुमन इस्लामिया रांची का सीमाक्षेत्र एवं कार्यक्षेत्र बढ़ानेे समेत समय पर चुनाव कराने की मांग काे लेकर गुरुवार को अंजुमन बचाओ मोर्चा के तत्वावधान में विभिन्न संगठनों का एक प्रतिनिधिमंडल वक्फ बोर्ड अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी सेे मिला और इससेे संबंधित ज्ञापन सौंपकर उचित कार्यवाही की मांग की। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए लेखक सह समाजसेवी रमजान कुरैशी ने कहा अंजुमन इस्लामिया रांची की मौजूदा कार्यसमिति का कार्यकाल 30 अगस्त 2025 को पूरा हो रहा है। लेकिन अंजुमन इस्लामिया रांची के बायलॉज के मुताबिक अब तक वर्तमान कार्यसमिति ने चुनाव संयोजक का चयन नहीं किया है। इससे मालूम होता है की मौजूदा कार्यसमिति समय पर अंजुमन का चुनाव कराने की पक्षधर नहीं है। अंजुमन के मतदाताओं की संख्या और इसके कार्यक्षेत्र काे देखते हुए अब तक चुनाव की प्रक्रिया शुरू कर देनी चाहिए क्योंकि इसकी मतदाता सूची तैयार करने और मतदान संपन्न कराने में लंबा समय लगता है। ऐसे में अब तक चुनाव संयोजक का चयन नहीं करना अंजुमन इस्लामिया के बायलॉज का उल्लंघन करने जैसा है।
निकाय चुनाव का पड़ सकता है असर
रमजान कुरैशी ने बातचीत मेें बताया कि इधर हाईकाेर्ट के आदेश से सरकार निकाय चुनाव की भी तैयारी कर रही है। सर्वे का कार्य जारी है। यदि अंजुमन इस्लामिया रांची के चुनाव केे लिए अभी से तैैयारी शुरू नहीं की गई तो निकाय चुनाव का असर सौ फीसदी अंजुमन चुनाव पर पड़ेगा, इससे इनकार नहीं किया जा सकता। यदि ऐसा हुआ तो अंजुमन चुनाव 5-6 माह लंबित हाे सकता है।
बढ़ाया जाए सीमा एवं कार्यक्षेेत्र
प्रतिनिधिमंडल ने संयुक्त रूप से कहा अंजुमन इस्लामिया रांची का सीमाक्षेत्र एवं कार्यक्षेत्र बढ़ाने की अवश्यकता है। पिछले 35-40 वर्षों में रांची के शहरी और ग्रामीण इलाकों में आबादी में बेतहाशा बढ़ोत्तरी हुई है। सीमाक्षेत्र में भी काफी परिवर्तन हुए हैं। इसलिए वक्त के साथ देही इलाकों का दायरा अंजुमन इस्लमिया रांची में शामिल किया जाए। अंजुमन के बायलॉज में आवश्यक संशोधन कर देही इलाकाें के मुसलमानों को भी अंजुमन इस्लमिया रांची की ओर से राजनीतिक, सामाजिक एवं शैक्षणिक अधिकार प्रदान कर उनका सर्वांगीण विकास की दिशा मेंं ठोस पहल किया जाए।
मालूम हो कि अंजुमन इस्लामिया रांची के बायलॉज में दायरा को लेकर साफ तौर पर लिखा है रांची जिला के किसी भी जगह की अंजुमन वहां की मुस्लिम आबादी की राय से इसमें शामिल हो सकती हैं। वर्तमान समय में नयासराय, धुर्वा, हटिया, कांके और बरियातु के आसपास के इलाके की बात करें तो इसका दायरा काफी बढ़ जाता है। धुर्वा इलाके में हज्जाम से लेकर डुंडीगढ़ा और सिलादोन के गांव आते हैं जबकि नयासराय के सपारोम से लेकर नगड़ी के गांव दायरे में आयेंगे। इसी तरह कांके के होसिर, होचर, बाढ़ु, चंदवे, उलिहातु, पीरूटोला और बरियातु के आसपास की बात करें तो केदल, बीआईटी, इरबा, ओयना, विकास और ओरमांझी तक के गांव भी दायरे में आते हैं। इसके अलावा रातु, कांठीटांड, सिमरिया आदि भी दायरे में आते हैं। प्रतिनिधिमंडल ने कहा वक्फ बोर्ड अंजुमन इस्लामिया रांची के बायलॉज के मुताबिक वक्त पर चुनाव कराये और बायलॉज के मुताबिक दायरे को भी बढ़ाये ताकि ग्रामीण इलाकों के लोगों को इसमें जरूरी नुमाइंदगी मिल सके। प्रतिनिधिमंडल में हाजी मजहर, रमजान कुरैशी, मास्टर सिद्दीक, शमीम अख्तर, मोख्तार अंसारी, मोहम्मद शकील अंसारी, अधिवक्ता नसर इमाम सहित कई लोग शामिल थे।