Patna : लोकसभा चुनाव 2024 का रिजल्ट के बाद केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए ने केंद्र में सरकार बना ली है। मगर बिहार में एक बार फिर से महागठबंधन और एनडीए के बीच टक्कर होने वाली हैं। तेजस्वी के सामने फिर से मौका होगा। ये मौका विधानसभा में नंबर बढ़ाने का है। लेकिन बिहार विधानसभा में जो समर्थन की मौजूदा हालात हैं उससे सरकार पर कोई असर पड़ता नहीं दिखाई दे रहा। हालांकि तेजस्वी के लिए यह चुनाव अहम हो सकता है। तेजस्वी लोकसभा चुनाव के बाद आए नतीजों से उत्साहित हैं। उन्होंने कह दिया है कि अब वह बिहार में सरकार बनने को तैयार है।
लोकसभा चुनाव के बाद बिहार की 5 विधानसभा सीटें खाली हुई है। इन सीटों पर 10 जुलाई को उपचुनाव होना है। तेजस्वी के लिहाज से बिहार में वे फिलहाल सरकार को परेशान करने की स्थिति में नहीं हैं।
बता दें कि यदि तेजस्वी उपचुनाव की सभी पांचों सीटों पर जीत दर्ज कर लेते हैं, तब भी उन्हें केवल दो सीटों का फायदा होगा। क्योंकि तीन सीट सुदामा प्रसाद, सुरेंद्र यादव और सुधाकर सिंह की महागठबंधन की ही है। जिस पर उपचुनाव होना है। बाकी दो सेट जो मांझी और बीमा भारती की वजह से खाली हुई उस पर जीत होती है,तब भी यह आंकड़ा विधानसभा में 110 ही पहुंच पाता है। इसके बाद 10 जुलाई को होने वाला उपचुनाव तेजस्वी को भले ही बहुत ज्यादा फायदा देने वाला ना हो। लेकिन एनडीए के लिए जरूर मजबूती देने वाला होगा।
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