Tel Aviv : साउथ गाजा में ग्राउंड ऑपरेशन के तहत हमास चीफ याह्या सिनवार को मारकर बेंजामिन नेतन्याहू ने 7 अक्टूबर 2023 अटैक का बदला भी ले लिया। याह्या सिनवार की मौत कन्फर्म हो चुकी है। मगर उसकी मौत कैसे हुई, इसे लेकर अब पॉस्टमॉर्टम रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट की मानें तो याह्या सिनवार की मौत को कन्फर्म करने के लिए इजरायली सैनिकों ने उसकी उंगली काट दी थी।
याह्या सिनवार हमास का पोलित ब्यूरो चीफ था। एक वीडियो में यह देखा गया कि याह्या सिनवार के चहरे पर गंभीर चोटें आई हैं। उसकी खोपड़ी का कुछ हिस्सा उड़ा हुआ दिखा, जो कि पोस्टमॉर्टिम करने वाले चीफ पैथोलॉडिस्ट के दावों से मिलता है। बता दें कि इजरायली सैनिकों ने नुकसान के आकलन और किसी भी बचे हुए लोगों की तलाश के लिए जमीनी छापेमारी करने से पहले ठिकाने पर एक टैंक से गोला दागा था। गुप्त सूचना के आधार पर दक्षिणी गाजा में की गई एक ग्राउंड रेड में हमास नेता याह्या सिनवार मारा गया।
याह्या सिनवार के शव का पोस्टमॉर्टम करने वाले चीफ पैथोलॉजिस्ट की मानें तो हमास चीफ सिनवार की मौत सिर में गोली लगने से हुई है। उन्होंने बताया कि हमास नेता को टैंक के गोले से भी चोटें आई थीं, मगर उन्होंने यकीन से कहा कि याह्या सिनवार की मौत सिर में गोली लगने से ही हुई है। सोशल मीडिया पर याह्या सिनवार का वीडियो वायरल है। उसमें वह मौत से कुछ देर पर सोफे पर बैठा नजर आता है। इजरायली सैनिक ड्रोन से इसकी पुष्टि कर रहे थे। याह्या सिनवार के बाएं हाथ की तर्जनी उंगली कटी हुई थी। वीडियो में बाएं हाथ की सभी उंगलियां पहले थी, मगर बाद में एक उंगली गायब दिखी। वह उंगली डीएनए मैच के लिए थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इजरायली सैनिकों ने उसकी मौत की पुष्टि के लिए उसकी उंगलियां काट दी थी। उसके सिर में गोली मारी गई थी, जिससे उसकी खोपड़ी उड़ गई। उसका हाथ बुरी तरह से घायल हो चुका था। रिपोर्ट में कहा गया है कि इजरायली सैनिक जब सिनवार के ठिकाने में दाखिल हुए तो उन्हें याह्या सिनवार जैसा दिखने वाला एक शव मिला। मगर वे पूरी तरह से कन्फर्म होना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने डीएनए जांच के लिए उसकी उंगली काट दी। दरअसल, याह्या सिनवार इजरायल की जेल में पहले सजा काट चुका था। उसी दौरान इजरायल ने सिनवार का प्रोफाइल बना लिया था। दरअसल, 2011 में एक कैदी-अदला-बदली के तहत रिहा होने तक दो दशकों तक सिनवार इजरायली जेल में बंद था। उस दौरान इजरायली सैनिकों के पास सिनवार का प्रोफाइल था। बता दें कि याह्या सिनवार 7 अक्टूबर के हमले का मास्टरमाइंड था। हमास के उस हमले में इजरायल के 1200 लोगों की मौत हो गई थी।
अमेरिका और जर्मनी का दावा कहा- खत्म हो सकता है गाजा संघर्ष खत्म
हमास नेता याह्या सिनवार की मौत के बाद अमेरिका और जर्मनी ने बड़ा दावा किया। दोनों देशों का कहना है कि सिनवार की मौत के बाद गाजा पट्टी में संघर्ष खत्म करने की दिशा में सहजता से आगे बढ़ा जा सकता है। जर्मन विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक और अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने एक संयुक्त बयान में कहा कि याह्या सिनवार एक निर्दयी हत्यारा और आतंकवादी था, जो इजरायल को खत्म करने और वहां के लोगों को मौत के घाट उतारने पर उतारू था।
पिछले साल 7 अक्टूबर को शुरू हुए आतंकवादी हमलों का वह मास्टरमाइंड था, जिसने हजारों लोगों को मौत के घाट उतारा था। बर्लिन में हुई बैठक के बाद दोनों देशों के विदेश मंत्री ने संयुक्त बयान में कहा कि सिनवार ने गाजा में संघर्ष विराम के रास्ते में बाधा डाली थी। उसकी मौत संघर्ष को समाप्त करने के प्रयासों की गति को बढ़ा सकती है। सभी बंधकों को रिहा किया जाना चाहिए। इस दौरान दोनों नेताओं ने गाजा में नागरिकों के लिए मानवीय सहायता बढ़ाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि मानवीय सहायता बढ़ाए जाने की दिशा में जर्मनी और अमेरिका अपने साझेदारों के साथ मिलकर काम करेंगे।
सिनवार के बाद खत्म हो जाएगा हमास?
एक वीडियो बयान में हमास के अधिकारी खलील अल-हय्या ने सिनवार की मौत की पुष्टि करते हुए कहा कि समूह अपने महान नेता के नुकसान का शोक मना रहा है। किंग्स कॉलेज लंदन के मध्य पूर्व विश्लेषक एंड्रियास क्रेग ने कहा कि सिनवार की हत्या न केवल एक अत्यंत प्रतीकात्मक घटना थी, बल्कि इस बहुत ही नेटवर्क वाले संगठन में नेतृत्व का शून्य भी पैदा कर दिया।बता दें कि उसकी मौत ईरान में हमास के राजनीतिक प्रमुख इस्माइल हानिया की मौत के दो महीने से कुछ अधिक समय बाद हुई है। हमास और ईरान ने हनिया की मौत के लिए इजरायल को दोषी ठहराया है, हालांकि इजरायल ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
क्रेग ने कहा कि हमास के राजनीतिक नेतृत्व, जो ज्यादातर कतर में निर्वासन में है, और गाजा में सैन्य और परिचालन शाखाओं के बीच मतभेद उभर आए थे। जुलाई में इजरायल ने यह भी कहा था कि उसने गाजा में हमास के सैन्य प्रमुख मोहम्मद दीफ को मार दिया है, जिसे हमास ने नकारा है। क्रेग ने कहा, हमास के विभिन्न सेल लड़ाई जारी रखेंगे, लेकिन आंदोलन के केंद्र में एक शून्य है, और इससे समन्वय करना बहुत मुश्किल हो जाएगा। सिंगापुर के नेशनल यूनिवर्सिटी के मिडिल ईस्ट इंस्टीट्यूट के जेम्स डॉर्सी ने कहा कि सिनवार हमास में एक असाधारण व्यक्ति था। जिसे आंदोलन के राजनीतिक और सैन्य दोनों विंग से व्यापक समर्थन प्राप्त था।
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