Mumbai : महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की शिवसेना से बगावत के बाद दो साल हो चुके हैं। उनके बाद पिछले साल ही अजित पवार भी चाचा शरद पवार से बागी होकर शिंदे सरकार में डिप्टी सीएम बन गए। लोकसभा चुनाव से पहले तक विपक्ष बैकफुट पर दिख रहा था, लेकिन 30 सीटें हासिल करने के बाद विपक्ष फ्रंटफुट पर आ गया हैं। राज्य में विधान परिषद की 11 सीटों पर चुनाव हैं, लेकिन 12 कैंडिडेट उतार दिए गए हैं। इससे साफ है कि क्रॉस वोटिंग होगी। ऐसी स्थिति में दोनों गुटों की ओर से कोशिश है कि अपने विधायकों को एकजुट रखे और दूसरे के तोड़ लिए जाएं।
शिंदे और अजीत गुट के विधायक कर सकते हैं खेला
इस कोशिश में भाजपा और शिंदे की शिवसेना ज्यादा परेशान दिख रहे हैं, क्योंकि उन्हें होटलों की बुकिंग शुरू कर दी है। इससे ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस, उद्धव सेना और शरद पवार से ज्यादा बेचैनी इस बार एनडीए गुट में है। हालांकि इसकी एक वजह यह है कि एनडीए के पास ज्यादा विधायक है। उद्धव और शरद पवार के पास अब एक-एक दर्जन विधायक ही बचे है। वहीं कांग्रेस भी बेफिक्र दिख रही है।
वहीं भाजपा, शिंदे सेना और अजित पवार गुट होटलों की बुकिंग में जुटे हैं ताकि विधायकों को एकसाथ रखा जा सके। ऐसा इसलिए कि क्रॉस वोटिंग का डर है। खासतौर पर शिंदे और अजित पवार के विधायकों के टूटने का डर है। आम चुनाव के बाद से ऐसी रिपोर्ट्स लगातार आई हैं कि विधायक अपनी वफादारी फिर से बदल सकते हैं। इसलिए इन्हें होटलों में रखने की कोशिश है। हालांकि अनंत अंबानी के विवाह के चलते मुंबई में फाइव स्टार होटल फुल हैं और कमरे मिलना मुश्किल हो रहा है। शादी के लिए लिए देश-विदेश से वीआईपी मेहमान आए हुए हैं। इसलिए साउथ मुंबई इलाके के ज्यादातर फाइव स्टार होटल बुक हो चुके हैं।
खबर है कि भाजपा और शिवसेना के विधायकों को अलग-अलग ठहराया जा सकता है। बता दें कि उद्धव सेना ने मिलिंद नार्वेकर को उतारा है, जो उद्धव के करीबी हैं। इसके बाद इसकी प्रबल संभावना है कि शिंदे सेना के कुछ विधायक क्रॉस वोटिंग कर ले। चुनाव में पैसों का खेल चलने की आशंका भी है। हालांकि इसके चलते डर सभी दलों में है।
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