Mumbai : लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों ने पूरे देश में राजनीतिक समीकरण बदल दिए हैं। सबसे ज्यादा असर यूपी और महाराष्ट्र में दिख रहा है। जिस तरह राजनैतिक रुप से बर्बाद हो चुके पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे और शरद पवार ने महाराष्ट्र की राजनीति में बाउंस बैक किया है, इसके बाद बीजेपी की चिंता भी स्वाभाविक दिखाती है।
महाराष्ट्र में पहले उद्धव ठाकरे बीजेपी के निशाने पर आगे हुए करते थे, लेकिन अब उस जगह शरद पवार आ गए हैं। अब बीजेपी को भी लगने लगा है कि पवार ही रिंग मास्टर बने हुए हैं। इतना ही नहीं भगवा दल को एहसास हो गया हैं सबसे बड़ी चुनौती भी वही हैं, न कि उद्धव ठाकरे और उनकी टीम के लोग। महाविकास आघाड़ी में कांग्रेस भी है, लेकिन बीजेपी का उससे वास्ता पूरे देश में है। अव्वल अजित पवार के भी बीजेपी के साथ बने रहने पर सवाल उठने लगे हैं, लेकिन जब तक साथ है तब तक वे यथाशक्ति बीजेपी काम आ ही रहे हैं। जूनियर पवार की अध्यक्षता में हुई मीटिंग में सीनियर पवार के साथ हुआ सलूक भी यही बता रहा है, बशर्ते मीटिंग में मौजूद बारामती सांसद सुप्रिया सुले का दावा सही है।
लोकसभा चुनाव में 400 पार का नारा भले ही फेल हो गया हो, लेकिन केंद्रीय मंत्री अमित शाह अब महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद महायुति की सत्ता में भारी बहुमत से वापसी का दावा कर रहे हैं, और साथ में कहते हैं, आने वाले 30 साल तक देश में बीजेपी का राज रहेगा… ये ऐलान शिवाजी महाराज की धरती से कर रहा हूं। दावा करते हैं, बीजेपी विधानसभा चुनाव में विपक्ष के झूठ का पर्दाफाश करेगी और फिर से महायुति से सरकार बनेगी।
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