रांची। एनएसयूआई ने रांची विश्वविद्यालय अंतर्गत होने वाली पीएच.डी. एंट्रेंस एग्जाम की नई नियमावली में सुधार की मांग की है। सोमवार को एनएसयूआइ का एक प्रतिनिधिमंडल विश्विद्यालय के प्रॉक्टर डॉ. मुकुंद चंद्र मेहता से मिला एवं उक्त मांग को रखते हुए शीघ्र इस पर निर्णय लेने के लिए आग्रह किया। नेतृत्व करते हुए संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष अमन अहमद ने कहा रांची विश्विद्यालय ने इस वर्ष पीएच.डी. एंट्रेंस एग्जाम के लिए जो आवेदन मांगा है, उसमें कई बिंदुओं पर बदलाव की आवश्यकता है। जैसे लिखित परीक्षा 100 अंक का हो, परीक्षा से नकारात्मक अंक का प्रावधान हटाया जाये एवं परीक्षा के लिए आवेदन शुल्क 1000 रुपये निर्धारित किया जाये। साथ ही, साक्षात्कार की प्रक्रिया इस परीक्षा से हटा दी जाये ताकि परिवारवाद एवं सेटिंग-गेटिंग से छात्र-छात्राओं को बचाया जा सके। श्री अहमद ने उक्त सुझाओं पर अविलंब सुधार करते हुए नई तिथि की घोषणा शीघ्र करने की भी मांग की है। गौरतलब हो कि उक्त परीक्षा के लिए रांची विश्वविद्यालय ने 70 अंक का लिखित एंट्रेस परीक्षा रखा है। वहीं, 30 अंक का साक्षात्कार है। इसके अतिरिक्त गलत जवाब पर नकारात्मक अंक का भी प्रावधान किया गया है। वहीं, विवि ने परीक्षा फॉर्म शुल्क 2000 रुपये रखा है । संगठन की मांग पर प्रॉक्टर ने कहा कि हम शीघ्र ही कुलपति एवं परीक्षा नियंत्रक से वार्ता कर छात्रहित में उचित निर्णय लेंगे। प्रतिनिधिमंडल में श्री अहमद के अतिरिक्त प्रदेश सचिव पवन कुमार, इकबाल अख़्तर, हुसैन अंसारी, पूर्व जिला महासचिव प्रिंस राज, पूर्व जिला सचिव सरफराज अहमद, गुलशन कुमार, रोहित कुमार, कैश अहमद, जुलफान अंसारी आदि शामिल थे।