Washington : लॉकहीड मार्टिन के सीईओ जिम टैक्लेट ने 18 जुलाई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस दौरान भारतीय रक्षा उद्योग में स्थानीयकरण के बारे में चर्चा हुई। लॉकहीड मार्टिन ने भारत में निर्मित होने वाले एफ-21 लड़ाकू विमान, सिकोरस्की नेवल यूटिलिटी हेलीकॉप्टर और कंधे से दागे जाने वाले एंटी-आर्मर हथियार जेवलिन पर बड़ी पेशकश की है।

हालांकि भारत की ओर से एफ-21 की खरीद को लेकर कोई भी इच्छा जाहिर नहीं की गई है। भारत 114 मीडियम रोल फाइटर एयरक्राफ्ट (एमआरएफए) के लिए चल रहे टेंडर के लिए एक विमान की तलाश में है। इस रेस में डसॉल्ट एविएशन का राफेल लड़ाकू विमान भी शामिल है।

बताया गया है कि फ्रांसीसी विमान निर्माता डसॉल्ट एविएशन 114 मीडियम रोल फाइटर एयरक्राफ्ट के लिए चल रहे टेंडर के दावेदारों में से एक है, लेकिन डसॉल्ट एविएशन राफेल लड़ाकू विमानों की तकनीक को साझा करने के लिए तैयार नहीं है। हालांकि, भारत का जोर तकनीकी ट्रांसफर के तहत विमानों के मेक इन इंडिया पहल पर है। इस कारण एमआरएफए सौदे पर कोई आगे की कार्रवाई नहीं हुई है।

हालांकि, स्वदेशी लड़ाकू जेट एलसीए एमके1ए में देरी से वायुसेना के आधुनिकीकरण की राह में बाधा आ सकती है, क्योंकि वायुसेना के पास स्वीकृत क्षमता 42 के मुकाबले अब 31 लड़ाकू जेट स्क्वाड्रन रह गए हैं। इसके पहले अपनी पोस्ट में लॉकहीड मार्टिन ने लिखा: सीईओ जिम टेसलेट पीएम मोदी से मिले। तीन दशकों से अधिक समय से एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में, हम स्थानीय उद्योग की होनहार प्रतिभा और क्षमताओं को पहचानते हैं और अपने दोनों देशों के बीच रक्षा और औद्योगिक संबंधों को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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