Patna : बिहार लोक सेवा आयोग ( Bihar Public Service Commission ) BPSC की 70वीं सिविल सेवा परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया के विरोध में पटना में आज हजारों अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन BPSC के कार्यालय के बाहर हुआ, जहां पुलिस ने अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज किया। इस दौरान पुलिस ने अभ्यर्थियों को वहां से हटाने की कोशिश की, लेकिन जब वे नहीं माने तो बल प्रयोग किया गया। छात्रों के मुताबिक, पुलिस ने उन्हें सड़क पर दौड़ा-दौड़ा कर पीटा, जिसके कारण एक छात्र का सिर फट गया और एक अन्य का पैर टूट गया।
#WATCH | Patna, Bihar: Police use lathi-charge to disperse the protestors gathered in front of the Bihar Public Service Commission office demanding to hold the 70th Civil Services prelims exam as before. They are protesting against the normalisation of the exam. pic.twitter.com/0nnX2RXlfV
— ANI (@ANI) December 6, 2024
खान सर और रहमान सर ने किया छात्रों का समर्थन
लाठीचार्ज के बाद छात्रों का समर्थन करने के लिए प्रसिद्ध शिक्षक खान सर और रहमान सर भी मैदान में उतरे। उनके साथ भारी संख्या में छात्र भी मौजूद थे। प्रदर्शन में शामिल एक महिला अभ्यर्थी ने कहा, “महिला सशक्तिकरण की बात करने वाली सरकार आज हमें लाठी से पीटवा रही है।” इस दौरान छात्रों ने अपनी आवाज उठाते हुए कहा कि नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया को रद्द किया जाए और परीक्षा में एक ही शिफ्ट और एक ही पेपर का इस्तेमाल किया जाए।
इस मामले में पटना की डीएसपी अनु कुमारी ने कहा कि यह प्रदर्शन अवैध था क्योंकि प्रदर्शनकारियों के पास कोई अनुमति नहीं थी। उन्होंने प्रदर्शनकारियों से पांच नाम मांगे हैं, ताकि उन्हें बीपीएससी के साथ बातचीत करने का मौका दिया जा सके। डीएसपी ने कहा, “हम इन पांच प्रतिनिधियों को बीपीएससी के पास लेकर जाएंगे, ताकि उनकी मांगें सुनी जा सकें।” अभ्यर्थियों का कहना है कि नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया को लागू नहीं किया जाना चाहिए। वे “वन शिफ्ट-वन पेपर” की मांग कर रहे हैं, ताकि सभी कैंडिडेट्स को समान अवसर मिल सके। बीपीएससी के सचिव सत्य प्रकाश शर्मा ने इस संबंध में मीडिया से बात करते हुए कहा था कि नॉर्मलाइजेशन लागू नहीं होगा और यह सिर्फ अफवाह है। उन्होंने कहा कि परीक्षा में चार अलग-अलग सेट के प्रश्न पत्र होंगे, लेकिन एक ही सेट का उपयोग किया जाएगा।
बीपीएससी के ऑफिस के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी, क्योंकि 13 दिसंबर को राज्यभर में परीक्षा आयोजित होनी है और करीब 4।80 लाख अभ्यर्थियों ने इसके लिए आवेदन किया है। अभ्यर्थियों में नॉर्मलाइजेशन की अफवाह फैलने के बाद से नाराजगी थी, हालांकि बीपीएससी ने इसे स्पष्ट कर दिया कि यह प्रक्रिया लागू नहीं होगी।
क्या है नॉर्मलाइजेशन?
नॉर्मलाइजेशन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें परीक्षा के विभिन्न सेटों के अंकों को समान बनाया जाता है। यह प्रक्रिया तब अपनाई जाती है जब परीक्षा एक से अधिक शिफ्टों में होती है। इसके जरिए अभ्यर्थियों के प्राप्त अंकों का प्रतिशत स्कोर निकाला जाता है ताकि सभी को समान अवसर मिल सके।
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