Ranchi News: झारखंड में बिजली चोरी पर नकेल कसते हुए झारखंड ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड (जेवीवीएनएल) ने राज्य के 15 जिलों में बड़ी छापेमारी अभियान चलाया। इस कार्रवाई के दौरान कुल 7336 घरों की जांच की गई, जिसमें बिजली चोरी के 1135 मामलों का खुलासा हुआ। इन मामलों से विभाग को करीब 1 करोड़ 89 लाख 31 हजार रुपये का राजस्व नुकसान हुआ है।
बिजली चोरी के मामलों में भारतीय विद्युत अधिनियम 2003 की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। यह कार्रवाई जेवीवीएनएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अविनाश कुमार के निर्देश पर की गई। छापेमारी में राज्यभर में विभाग की 119 टीमें शामिल थीं और स्थानीय पुलिस का भी सहयोग लिया गया।
जिलावार आंकड़ों की बात करें तो धनबाद में सबसे अधिक 540 मामले सामने आए, इसके बाद चास (बोकारो) में 485 और डालटेनगंज में 116 मामले दर्ज हुए। राजधानी रांची में 123, जमशेदपुर में 111, चाईबासा में 68, गुमला में 71, साहेबगंज में 90, हजारीबाग में 106, देवघर और गिरिडीह में 70-70, रामगढ़ में 52, कोडरमा में 51, दुमका में 45 और गढ़वा में 36 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है।
बिजली विभाग ने स्पष्ट किया है कि भविष्य में भी यह अभियान जारी रहेगा और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।