Barmer : मेडिकल कॉलेज में प्रवेश के लिए देश भर में नीट ( NEET ) की परीक्षा आयोजित की गई। इसमें कई राज्यों में फर्जीवाड़ा भी सामने आया है। वहीं बाड़मेर मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर की पढ़ाई करने वाले एक युवक गिरफ्तार किया गया है जो अपने छोटे भाई के स्थान पर नीट ( NEET ) की परीक्षा दे रहा था। इसके अलावा पुलिस ने सॉल्वर गैंग के कई लोगों को हिरासत में लिया है जो पैसे लेकर दूसरे के बदले परीक्षा दे रहे थे।

बिहार-झारखंड समेत राजस्थान में भी मेडिकल कॉलेज की प्रवेश परीक्षा नीट ( NEET ) में फर्जीवाड़े के कई मामले सामने आए हैं। बाड़मेर में मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर की पढ़ाई करने वाले एक युवक को अपने भाई के बदले नीट की परीक्षा देते हुए पकड़ा। जानकारी के अनुसार बाड़मेर जिला मुख्यालय में एक सरकारी स्कूल में फर्जी छात्र भागीरथ अपने भाई की जगह नीट ( NEET ) परीक्षा दे रहा था। शक होने पर वीक्षक ने पुलिस को सूचना दी जिसके बाद पुलिस ने फर्जी अभ्यर्थी और फिर बाद में उसके भाई दोनों को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल, पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है।

रिपोर्ट के मुताबिक बाड़मेर जिला मुख्यालय के आठ परीक्षा केंद्रों में से एक अंतरी देवी स्कूल में वीक्षक को भागीरथ नाम के युवक पर शक हुआ तो उसने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने भागीरथ राम नामक अभ्यर्थी को दबोचा और पूछताछ की तो सामने आया कि भागीरथ अपने छोटे भाई गोपाल राम की जगह डमी अभ्यर्थी बनकर नीट ( NEET ) परीक्षा दे रहा था। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों भाई सांचौर जिले के मेघावा गांव के निवासी हैं। पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है।

पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी भागीरथ राम जोधपुर मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस फर्स्ट ईयर का छात्र हैं और उसने कई बार नीट ( NEET ) की परीक्षा दी है। एक साल पहले ही 2023 में उसका सिलेक्शन हुआ था। अब छोटे भाई को डॉक्टर बनाने के लिए वह डमी अभ्यर्थी बनकर उसकी जगह परीक्षा देने पहुंचा था। बाड़मेर एएसपी के मुताबिक आरोपी भागीरथ राम अपने भाई गोपाल राम की जगह परीक्षा देने पहुंचा था। पुलिस ने भागीरथ राम और उसके भाई गोपालराम दोनों को गिरफ्तार कर लिया हैं और भागीरथ ने अपना जुर्म भी कुबूल कर लिया है।

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