Bharatpur : राजस्थान के भरतपुर जिले के गांव नौगाया में पुलिस के पहरे में निकल रही दलित बेटी की बारात को लेकर विवाद हो गया। गांव के कुछ लोगों ने उत्पात मचाकर पथराव कर दिया। इसमें पुलिस की एक गाड़ी क्षतिग्रस्त हुई और दो व्यक्ति घायल हुए।
उत्पात मचाने के आरोप में चार लोग हिरासत में
हालांकि पुलिस पथराव जैसी घटना से इंकार किया है। लेकिन, पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में ले लिया है। वधु परिवार ने पहले ही झगड़े की आशंका को देखकर जिला प्रशासन को अवगत कराकर सुरक्षा मांगी थी। इसकारण यह बारात पुलिस के पहरे में निकल रही थी।
बारात में शामिल स्थानीय निवासी ने बताया कि पुलिस सुरक्षा में बारात निकल रही थी, तभी ठाकुर समाज की कुछ महिलाओं ने बीच में आकर बारात को रोक लिया। उसके बाद गांव के ही कुछ लोग उत्पात मचाने लगे। पुलिस लोगों को रास्ते से हटा रही थी। तभी दीवार पर बैठे कुछ लोगों द्वारा दीवार को धक्का देकर गिरा दिया। इसके बाद बारात पर पथराव किया गया। दीवार गिरने से पुलिस की गाड़ी क्षतिग्रस्त हुई और पथराव में दो व्यक्ति घायल हो गए।
जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा का कहना है कि एक मकान के ऊपर दीवार बनी हुई थी जो अचानक गिर गई। जिसका मलवा गिरने से पुलिस की गाड़ी का शीशा टूट गया। गांव में स्थिति शांतिपूर्ण है। उत्पात मचाने के आरोप में चार लोगों को हिरासत में लिया गया।
वधु के बड़े भाई राजवीर सिंह ने बताया कि वे सरकारी शिक्षक है। उसकी बहन आशा कुमारी तीन भाइयों के बीच में इकलौती है, जिसकी शादी धूमधाम से करने का फैसला हुआ था। बहन का रिश्ता नदबई तहसील के गांव कैलूरी निवासी मनोज के साथ पक्का हुआ था। गांव में अन्य समाजों की बारात जैसे निकलती है उसी तरह बहन की भी बारात निकालना चाह रहे थे।
लेकिन, हमारे परिवार से गांव के कुछ लोग रंजिश रखते हैं, जिनमें मुंशी पहलवान, पुष्पेंद्र पंडित, भल्लू ठाकुर, देशराज ठाकुर, चंदन ठाकुर, दिलीप पंडित, महावीर ठाकुर प्रमुख हैं। इनके द्वारा बारात पर पत्थरबाजी की गई और मुझे भी जान से मारने की धमकी दी गई।
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