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अमेरिका का नरम रुख, महिलाओं और बच्चों को नहीं लगाई गईं हथकड़ियां, अमृतसर पहुंचे 116 भारतीय निर्वासी

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World News: अमेरिका ने भारतीय निर्वासितों को लेकर नरम रुख अपनाया है और इस बार महिलाओं और बच्चों को उड़ान के दौरान हथकड़ी नहीं लगाई गई। शनिवार रात अमृतसर हवाई अड्डे पर सी-17 विमान से 116 भारतीयों का दूसरा जत्था पहुंचा, जिनमें पुरुष, महिलाएं और बच्चे शामिल थे। इन निर्वासितों में से पुरुषों ने यात्रा के दौरान खुद को बेड़ियों में जकड़े जाने का दावा किया था, लेकिन इस बार महिलाओं और बच्चों को बिना किसी कड़ी सुरक्षा के भेजा गया।

यह जत्था डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन द्वारा अवैध प्रवासियों के खिलाफ की गई कार्रवाई का हिस्सा था, जिसमें भारतीयों को अमेरिका से निर्वासित किया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, शनिवार रात पहुंचे विमान में 116 अवैध भारतीय प्रवासी थे, जिनमें महिलाओं और बच्चों को यात्रा के दौरान बेड़ियां नहीं लगाई गईं। इस दौरान पुरुषों ने यात्रा के दौरान अपनी तकलीफों का ज़िक्र किया, जबकि महिलाओं और बच्चों को निर्वासन के दौरान आरामदायक स्थिति में रखा गया।

इस विमान में सवार प्रवासी पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, गुजरात, गोवा, महाराष्ट्र और राजस्थान समेत विभिन्न भारतीय राज्यों से थे। यह भारतीयों का दूसरा जत्था था जो अमेरिका द्वारा निर्वासित किया गया था। विमान में सवार लोगों में 89 पुरुष, 23 महिलाएं और 4 बच्चे शामिल थे।

रविवार को तीसरे विमान से 112 भारतीयों का एक और जत्था अमृतसर एयरपोर्ट पर लैंड हुआ। इस जत्थे में 89 पुरुष, 23 महिलाएं और 4 बच्चे शामिल थे। एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद सभी प्रवासियों के दस्तावेजों की चेकिंग की गई, जिसमें यह सुनिश्चित किया गया कि किसी का कोई आपराधिक रिकॉर्ड तो नहीं है। इसके बाद सभी प्रवासियों को उनके परिजनों के हवाले कर दिया जाएगा।

तीसरे बैच में सवार लोगों में हरियाणा के 44, गुजरात के 33, पंजाब के 31, उत्तर प्रदेश के दो, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड से एक-एक व्यक्ति शामिल थे। इस जत्थे में 10 बच्चे भी थे। इस प्रक्रिया के बाद यह निर्वासित भारत वापस लौटने के लिए अपने परिवारों के पास जाएंगे।

अमेरिकी प्रशासन के इस कदम के खिलाफ कई भारतीयों ने विरोध जताया है, लेकिन दूसरी ओर भारत सरकार भी लगातार निर्वासित भारतीयों की वापसी को लेकर अमेरिका से संवाद बनाए हुए है। ऐसे में इन प्रवासियों की वापसी भारत के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई है।

यह प्रक्रिया तब से जारी है जब से अमेरिकी प्रशासन ने अवैध प्रवासियों को देश से बाहर करने की प्रक्रिया तेज कर दी है, और भारत समेत अन्य देशों के नागरिकों को अमेरिका से निर्वासित किया जा रहा है। भारत सरकार का कहना है कि वह इन लोगों के सम्मानजनक तरीके से वापसी सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।

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