India News: कर्नाटक के बेलगावी जिले के बीडी गांव में 83 साल के डियोगेरोन नजरथ और उनकी 78 साल की पत्नी फ्लावियाना नजरथ ने 27 मार्च को खुदकुशी कर ली। बता दें गांव के लोग जब चर्च के रिट्रीट के लिए चंदा लेने उनके घर पहुंचे, तो दरवाजा आधा खुला हुआ था और जमीन पर खून बिखरा पड़ा था। लोगों ने पुलिस को सूचना दी दोनों के शव बरामद किए गए।
घबराए बुजुर्ग दंपति ने डर से लाखों रुपए कर दिए ट्रांसफर, फिर कर ली खुदकुशी
फ्लावियाना बिस्तर पर मृत मिलीं, जबकि डियोगेरोन का शव घर के सामने बने पानी के छोटे टैंक में मिला। पुलिस को शक है कि पत्नी ने जहर खाया और पति ने खुद को चाकू से घायल कर जान दे दी। रिपोर्ट के मुताबिक बुजुर्ग दंपती पिछले कई महीनों से साइबर ठगों से परेशान थे। उनके बच्चे नहीं थे और दोनों अकेले ही रहते थे। सुसाइड नोट में लिखा था कि दिल्ली के किसी “टेलीकॉम डिपार्टमेंट” वाले ने कॉल किया और कहा कि उनकी सिम से आपत्तिजनक मैसेज भेजे गए हैं। फिर कॉल किसी “क्राइम ब्रांच” वाले को ट्रांसफर कर दी गई।
बता दें डियोगेरोन से एफडी, जमीन, शेयर और प्रॉपर्टी की जानकारी मांगी और पैसे मांगता रहा। बुजुर्ग ने करीब 60 लाख रुपए अलग-अलग खातों में ट्रांसफर किए।
रिपोर्ट के मुताबिक साइबर पुलिस ने जांच में पाया है कि पैसे 22 अलग-अलग बैंक खातों में भेजे गए। ठगों ने इंटरनेट कॉल का इस्तेमाल किया और कॉल दुबई से की गई थी। पहला ट्रांजेक्शन 27 फरवरी को हुआ, लेकिन ठगी शायद दो महीने से चल रही थी। ठग बुजुर्ग दंपती को धमका रहे थे कि उनके खिलाफ केस दर्ज है और उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है।
डियोगेरोन पहले मुंबई के सचिवालय में नौकरी करते थे। 1995 में रिटायर होकर पत्नी के साथ गांव आ गए थे। उनका घर “सबीना विला” 1996 में बना था। दोनों बहुत सादा और शांत जीवन जीते थे। किसी से ज्यादा मेलजोल नहीं रखते थे। पड़ोसी माइकिल ने बताया कि अगर कोई उन्हें ब्लैकमेल कर रहा था, तो शायद किसी को पता भी नहीं चलता। डियोगेरोन ने दो दोस्तों से 5 लाख रुपए, एक पादरी से 50 हजार रुपए और 7.15 लाख का गोल्ड लोन लिया था। यह भी सुसाइड नोट में लिखा है कि उनके गहने बेचकर उधारी चुकाई जाए। बेलगावी के एसपी ने बताया कि ठगों की तलाश की जा रही है।