World News : इजराइल और हमास के बीच लंबे समय से चल रहे सैन्य संघर्ष के बीच एक बड़ी खबर सामने आई है। इजराइल मंत्रिमंडल ने गाजा संघर्ष विराम समझौते को मंजूरी दी है, जिसके तहत 15 महीने से चल रहा यह सैन्य संघर्ष छह हफ्तों के लिए थम जाएगा। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय से जारी बयान के अनुसार, यह संघर्ष विराम रविवार, 19 जनवरी से लागू हो गया है। शनिवार को इजराइल की कैबिनेट ने हमास के साथ संघर्ष विराम समझौते को मंजूरी दी थी, जिससे यह समझौता साकार हुआ है।
समझौते के तहत पहले चरण में हमास 33 इजरायली बंधकों को रिहा करेगा और बदले में इजराइल 700 फिलिस्तीनी कैदियों को मुक्त करेगा। यह अदला-बदली दोनों पक्षों के लिए एक अहम कदम है और संघर्ष विराम के लिए यह एक महत्वपूर्ण शर्त बनकर उभरी है। दी टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, हमास समर्थक मीडिया द्वारा प्रकाशित रिपोर्टों के अनुसार, रविवार की सुबह इजराइल की सेना गाजा के दक्षिणी शहर रफाह के विभिन्न इलाकों से अपनी तैनाती हटाने लगी है, हालांकि इजराइल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने इस पर अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है।
संघर्ष विराम समझौते को लेकर नेतन्याहू का बयान
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस समझौते को लेकर एक सख्त बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इजराइल इस संघर्ष विराम को अस्थायी समझता है और अगर समझौते का उल्लंघन हुआ, तो इजराइल को युद्ध जारी रखने का पूरा अधिकार होगा। उन्होंने यह भी कहा कि यदि बंधकों की सूची इजराइल को नहीं दी जाती है, तो सीजफायर प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ेगी। नेतन्याहू ने यह भी स्पष्ट किया कि इस संघर्ष विराम की पूरी जिम्मेदारी हमास पर होगी, और इजराइल किसी भी तरह के उल्लंघन को बर्दाश्त नहीं करेगा।
संघर्ष विराम तीन चरणों में होगा पूरा
संघर्ष विराम समझौता तीन चरणों में पूरा होगा, जो 19 जनवरी से 1 मार्च तक लागू रहेगा। पहले चरण में हमास 33 इजरायली बंधकों को रिहा करेगा और इसके बदले इजराइल 700 फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ने के लिए तैयार हो जाएगा। इन 700 कैदियों में 69 महिलाएं, 16 पुरुष और 10 नाबालिग शामिल हैं, जिन्हें इजराइल की न्याय मंत्रालय द्वारा जारी की गई सूची के आधार पर रिहा किया जाएगा। इनमें से कई लोग हत्या और आतंकवाद के आरोप में उम्रकैद की सजा काट रहे हैं, जिनमें हमास के आतंकी भी शामिल हैं।
इस दौरान इजराइली सेना गाजा की सीमा से 700 मीटर पीछे हट जाएगी, और संघर्ष विराम समझौते के तहत शांति स्थापित करने के प्रयास किए जाएंगे।
7 अक्टूबर को हुआ था सैन्य संघर्ष की शुरुआत
यह सैन्य संघर्ष 7 अक्टूबर 2023 को तब शुरू हुआ था, जब हमास के आतंकवादियों ने इजराइल में घुसकर 1200 लोगों की हत्या कर दी और 251 को बंधक बना लिया। इसके बाद इजराइली सेना ने गाजा पर आक्रमण कर दिया था, जिससे संघर्ष तेज हो गया। अब तक इस संघर्ष में 46,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
ट्रम्प का चुनावी वादा और संघर्ष विराम की शुरुआत
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस संघर्ष को समाप्त करने का वादा किया था, और 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ लेने से पहले ही इजराइल-हमास संघर्ष विराम समझौता लागू हो गया। इसने 15 महीने से चल रहे सैन्य संघर्ष को रोकने में मदद की है।
सैन्य संघर्ष के दौरान इजराइल ने हमास और हिज्बुल्लाह के कई शीर्ष नेताओं को निशाना बनाया, जिनमें हमास चीफ मोहम्मद देइफ और हिज्बुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह जैसे प्रमुख आतंकी शामिल हैं।
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