Jharkhand News : धनबाद के राजगंज थाना क्षेत्र के बेलायटांड़ स्थित एक ईंट भट्ठे में छापेमारी के दौरान एक बड़ा खुलासा हुआ है। यहां ईंट भट्ठे के नाम पर एक मिनी शराब फैक्ट्री चलाई जा रही थी, जो गुपचुप तरीके से शराब का निर्माण और पैकिंग कर रही थी। उत्पाद विभाग द्वारा की गई इस छापेमारी ने सभी को चौंका दिया, क्योंकि यह शराब फैक्ट्री ना सिर्फ अवैध थी, बल्कि बिहार में शराब की सप्लाई के लिए संचालित हो रही थी।
बरामद माल की अनुमानित कीमत 25 लाख रुपये
इस छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में विभिन्न ब्रांड की अंग्रेजी शराब की बोतलें, कच्चा स्प्रिट, शराब बनाने के उपकरण और पैकेजिंग सामग्री बरामद की गई है। अनुमान के अनुसार, जब्त किए गए माल की कुल कीमत लगभग 25 लाख रुपये है। इस बड़ी कार्यवाही से विभाग को यह अंदाजा हुआ कि ईंट भट्ठे के अंदर चल रही शराब फैक्ट्री बड़ी पैमाने पर शराब का उत्पादन कर रही थी, और इसका मुख्य उद्देश्य बिहार में शराब की आपूर्ति करना था।
शराब फैक्ट्री की आपूर्ति बिहार को
सूत्रों के मुताबिक, यह शराब फैक्ट्री बिहार के विभिन्न हिस्सों में शराब की आपूर्ति के लिए संचालित हो रही थी। छापेमारी में उत्पाद विभाग को जो जानकारी मिली, उसके अनुसार शराब का उत्पादन और पैकिंग पूरी तरह से ईंट भट्ठे के अंदर हो रहा था। इन शराब की बोतलों को विशेष रूप से बिहार भेजा जाता था। जब्त किए गए माल से यह स्पष्ट होता है कि शराब का उत्पादन बड़े पैमाने पर हो रहा था और इसके लिए पूरी एक अवैध सप्लाई चेन बनाई गई थी।
215 पेटी शराब और अन्य सामान जब्त
छापेमारी के दौरान उत्पाद विभाग की टीम ने 215 पेटी शराब, भारी मात्रा में कच्चा स्प्रिट और शराब बनाने के अन्य उपकरण बरामद किए। इस कार्रवाई में पुलिस बल और एसडीएम की सहायता से ईंट भट्ठे पर धावा बोला गया। यह कार्रवाई विशेष जानकारी मिलने के बाद की गई, जब विभाग को इस अवैध शराब फैक्ट्री के बारे में सूचनाएं प्राप्त हुईं। उत्पाद विभाग के दारोगा अमित गुप्ता ने बताया कि यह कार्रवाई राज्य सरकार की नीति के तहत की गई थी, और आगे भी इस तरह की कार्रवाई जारी रहेगी।
मुरारी महतो की तलाश जारी
इस मामले में मुरारी महतो का नाम सामने आ रहा है, जो आरोपों के अनुसार इस शराब फैक्ट्री का मुख्य संचालक था। मुरारी महतो राजगंज थाना क्षेत्र के धावाचिता का निवासी है। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए अभियान छेड़ दिया है और वह इस समय फरार बताया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में और भी महत्वपूर्ण खुलासे हो सकते हैं, क्योंकि शराब की अवैध फैक्ट्री को संचालित करने वाले मुख्य दोषियों की गिरफ्तारी के बाद ही मामले की पूरी सच्चाई सामने आ सकेगी।
उत्पाद विभाग ने मामले की गंभीरता को समझते हुए शराब के अवैध निर्माण और आपूर्ति की रोकथाम के लिए जांच को और भी विस्तृत किया है। इस घटना ने एक बार फिर से राज्य में अवैध शराब कारोबार को लेकर चिंता पैदा कर दी है।
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