New Delhi : हरियाणा में केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने यह कहकर सीएम पद पर अपना दावा पेश कर दिया है कि इस बार दक्षिण हरियाणा से मुख्यमंत्री बनाया जाए। राव इंद्रजीत सिंह इससे पहले भी खुलकर मुख्यमंत्री बनने की इच्छा जाहिर कर चुके हैं। उधर, अनिल विज भी टकटकी लगाए बैठे हैं। हालांकि, पार्टी साफ कर चुकी है कि नायब सिंह सैनी ही दोबारा मुख्यमंत्री बनेंगे।
एक समाचार चैनल से बातचीत के दौरान गुड़गांव से सांसद राव इंद्रजीत सिंह से पूछा गया कि उनकी सभा में यह डिमांड होती है कि उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाए, क्या वह चाहते हैं इस बार दक्षिण हरियाणा से मुख्यमंत्री हो? इस पर राव ने कहा, यह तो पार्टी का फैसला होगा। लेकिन जिस इलाके ने तीन बार भाजपा को सत्तासीन किया है उसे तवज्जो देनी चाहिए। चुनाव प्रचार के दौरान भी राव इंद्रजीत सिंह ने अपनी इच्छा खुलकर जाहिर की थी।
2014 और 2019 की तरह दक्षिण हरियाणा में भाजपा को एक बार फिर बंपर सीटें मिली हैं। गुरुग्राम की सभी चार सीटों पर भाजपा ने कमल खिलाया है तो फरीदाबाद और पलवल की 9 सीटों में सात पर भगवा परचम लहराया। महज दो सीटों पर कांग्रेस को जीत मिली। हालांकि, नूंह में सभी तीन सीटों पर कांग्रेस का डंका बजा।
राव इंद्रजीत सिंह दक्षिण हरियाणा का कद्दावर नेता हैं। कभी कांग्रेस की ताकत रहे राव इंद्रजीत सिंह ने दक्षिण हरियाणा को भाजपा का गढ़ बनाने में अहम भूमिका निभाई है। हालांकि, अटेली सीट से उनकी बेटी आरती सिंह राव को बड़ी मुश्किल से जीत हासिल हुई। आरती ने 3085 वोटों से जीत हासिल की। उन्हें बसपा के अत्तर लाल ने कड़ी टक्कर दी। जानकारों का मानना है कि जिस तरह सैनी के नेतृत्व में भाजपा ने बड़ी जीत हासिल की है, राव इंद्रजीत सिंह या अनिल विज की इच्छा को कोई खास तवज्जो नहीं मिल पाएगी। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी मुख्यालय से सैनी की तारीफ करते हुए उन्हें जीत का क्रेडिट दिया था।
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