रांची। पंडरा ओपी क्षेत्र के ओटीसी मैदान के समीप आईसीआईसीआई बैंक के करीब एक व्यक्ति से अपराधियों ने 13 लाख रुपये बड़ी असानी से लूटकर चलते बने। घटना सोमवार लगभग 12:45 बजे दोपहर की हैै, जब तीन अपराधियों ने इस घटना को अंजाम दिया। घटना का विरोध करने पर घटना में शामिल एक अपराधी ने एक व्यक्ति पर गोली भी चलाई, जिससे वह घायल हो गया। इलाज के बाद उसकी स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है। दरअसल, इंद्रपुरी निवासी व्यवसायी नीरज गुप्ता अपने कर्मी सुमित गुप्ता काे 13 लाख रुपये देकर उक्त बैंक में जमा करने को भेजा था। इसी दौरान अपराधियों ने घटना को फिल्मी अंदाज में अंजाम दिया और पुलिस प्रशासन को ठेंगा दिखाते निकल गये।
इधर, घटना के बाद पुलिस सक्रीय हुई है और इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया गया है। अपराधियों की गिफ्तारी के लिए एसआइटी का भी गठन किया गया है। वहीं, घटनास्थल क्षेत्र में तैनात गश्ती दल के पदाधिकारी/ कर्मियों को निलंबित किया गया है। गौरतलब हो कि इस क्षेत्र में अपराधियों ने पिछले 10 दिनों में दो बड़ी लूट (रातू और पंंडरा में) की घटना को अंजाम दिया है और संबंधित थाने केे थाना प्रभारी घोड़ेे बेचकर सो रहेेे हैं। उन्हें ना तो आमजन के जान की सुरक्षा की चिंता है और ना ही उनकी गाढ़ी कमाई की। अब बहाना यह बनाया जा रहा है कि कई थाना में पुलिस पदाधिकारियों की कमी है, एसआई की संख्या कम है, पीसीआर खराब है। पेट्रोलिंग के लिए वाहन तक नहीं है। लेकिन राजधानी केे कई ऐसे थाने और टीओपी हैैं जिसके सामान्य सिपाही तक कार मेंटेेन करते हैं। थाने में बैठकर गप्पे हांकते हैं और केस आने का इंंतजार करते हैं ताकि वसूली की जा सके जबकि आला अधिकारियों का सख्त आदेश है कि पुलिसकर्मी क्षेत्र भ्रमण में रहें और अपराध काे रोकने में सक्रीय भूमिका निभायें। यदि थाना मेें रहने की मजबूरी हो तो लंबित केेस को हल करें और केस डायरी पूरा करें। आरोपी की गिरफ्तारी करें और उन्हें न्यायालय केे समक्ष प्रस्तुत करें लेेकिन इन सब से इतर थाना प्रभारी बालू वाहन समेेत अन्य दूसरे स्त्राेेताें से उगाही मेंं लगे रहतेे हैं और अपराध नियंत्रण पर उनका ध्यान कम रहता है।